कई लोग ज्योतिषियों के कहने पर कई तरह के रत्न धारण कर लेते हैं। कोई आय बढ़ाने के लिए पुखराज तो गुस्सा कम करने के लिए मोती पहन लेता है। लेकिन इनके फायदों के साथ कई नुकसान भी होते हैं। अगर ये आपके अनुकूल नहीं हो तो ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। आज हम आपको उन रत्नों के बारे में बता रहे हैं जिनके कई दुष्प्रभाव भी हैं।
नीलम बताया जाता है कि नीलम पहनने से शनि का बुरा प्रभाव कम होता है और इससे आदमी रंक से राजा भी बन सकता है। लेकिन अगर नीलम रत्न आपके लिए अनुकूल नहीं है तो आपके हाथ-पैरों में जबर्दस्त दर्द करने लगेगा, आपकी विपरीत बुद्धि उत्पन्न करेगा।
लहसुनिया लहसुनिया यानि कैट्स आई केतु के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए धारण किया जाता है। लेकिन इसकी विकिरण की क्षमता बहुत अधिक होती है। बताया जाता है कि जो भी व्यक्ति प्रतिदिन एक घंटे इस लहसुनिया नग से आठ हाथ की दूरी पर रहता होगा, वो भी इससे प्रभावित होगा। इससे उसको अंधापन या कुष्ठ रोग भी हो सकता है।
मूंगा जब कोई मांगलिक होता है तो उसे मूंगा धारण करने के लिए कहा जाता है। लेकिन कई ज्योतिषी कहते है कि मूंगा किसी राशि से मेल नहीं करें या आपके अनुकूल नहीं हो तो ये आपको कई नुकसान पहुंचा सकता है। इससे ब्लड प्रेशर आदि की समस्या हो सकती है।
मोती ज्योतिषों के अनुसार जिसे ज्यादा गुस्सा आता है, उसे मोती पहनना चाहिए। कई लोग इसे धारण भी करते हैं। लेकिन अगर मोती आपके अनुकूल नहीं है तो ये आपका डिप्रेशन भी बढ़ा सकता है। इसलिए सोच समझकर धारण करें।
पुखराज आपने कई पैसे वालों को पुखराज धारण किए हुए देखा होगा। बताया जाता है कि पुखराज पहनने से पैसे की समस्या दूर होती है और विवाह भी जल्द हो जाता है। लेकिन जब पुखराज का दुष्प्रभाव है कि उससे आपका अहंकार बढ़ जाता है और इससे पेट भी गड़बड़ हो जाता है।
माणिक ज्योतिषों के अनुसार मिथून राशि वालों को माणिक पहनना चाहिए। लेकिन दूसरी ओर कई ज्योतिष कहते हैं कि अगर सूर्य की दशा में माणिक नहीं पहना जाए तो ये आपके लिए नुकसान दायक भी हो सकता है। वहीं कन्या राशि वालों के लिए तो इसे बहुत ही खतरनाक बताया है।
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